Computer (Desktop) vs Laptop in Hindi

इस पोस्ट में मैंने computer vs laptop को तुलना की है।

यदि आप एक नया पर्सनल कंप्यूटर लेने की सोच रहे हैं तो आप जब भी इस विषय में इंटरनेट या बाजार में खोजेंगे तो आप पाएंगे की दो तरह के प्रोडक्ट बाजार में हैं। एक तो desktop और दूसरा laptop.

लोग अक्सर इन दोनों चीजों में न जानने की वजह से गलत चीज का चुनाव लेते हैं और बाद में पछताते हैं। तो इस पोस्ट में मैं कुछ आधारों पर computer और laptop की तुलना करूंगा।

इससे आपकी जरूरत के हिसाब से आपके लिए क्या सही है आप उसका चुनाव कर पाएंगे।

असल में कंप्यूटर आप हर डिवाइस को कह सकते हैं। मोबाइल और यहाँ तक की calculators भी कंप्यूटर ही है।

क्योंकि भारत में लोगों का कंप्यूटर से अभिप्राय desktop से होता है इसीलिए यहां मेरा कंप्यूटर से मतलब डेस्कटॉप से है।

Computer (Desktop) vs Laptop in Hindi

दोस्तों computer और laptop दोनों ही बहुत ही अच्छे हैं। ऐंसा नहीं है की एक अच्छा है और एक बुरा।

दोनों की अपनी खूबियां है और दोनों को अपनी कमियां।

लेकिन आपके लिए क्या सही है यह आपकी जरूरत और आपको मिलने वाली सुविधाओं पर निर्भर करता है।

तो मैंने कुछ विषयों पर दोनों की आपस में तुलना करके यह समझाया है की आपको क्या लेना चाहिए।

तो सबसे पहले हम performance पर दोनों की तुलना करते हैं।

1. Performance

कई लोगों के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप की परफॉरमेंस बहुत मायने रखती है ख़ास कर तब जब व्यक्ति कंप्यूटर या लैपटॉप को gaming, video editing जैसे कामों के लिए ले रहा हो।

Performance की तुलना के लिए लगभग समान तरह के parts वाले laptop और computer को ध्यान में रखें।

कंप्यूटर परफॉरमेंस में मामले में बहुत आगे है। कंप्यूटर सीधे बिजली से चलता है इसीलिए उसमें पावर की समस्या नहीं आता है।

साथ ही साथ computer में parts के लिए बहुत जगह होती है इसीलिए parts एक दूसरे से दूर होते हैं जिससे की वह ठन्डे रहते हैं।

साथ ही साथ computer में cooling की अच्छी व्यवस्था होती है जिससे की cpu ठंडा रहता है और अच्छी तरह से चलता है।

लैपटॉप battery power से चलता है इसलिए laptop के parts अपनी पूरी शक्ति पर नहीं चल पाते हैं।

और parts को power की कमी रहती है क्योंकि screen को भी battery से ही पावर मिलती है।

क्योंकि लैपटॉप में सारे parts पास पास होते हैं और कम जगह होने की वजह से cooling ज्यादा अच्छी नहीं होती है इससे लैपटॉप गर्म होता है और performance में कमी रहती है।

Winner: Desktop

2. सहूलियत

सहूलियत एक ऐंसा पॉइंट है जब डेस्कटॉप की सभी अच्छी बाते इसके सामने फीकी पड़ जाती हैं।

कंप्यूटर अच्छी खासी जगह लेता है और यदि आप backup के लिए इन्वेटर और बैटरी का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बहुत ज्यादा जगह की जरूरत होगी।

यदि आपके घर में अच्छी खासी जगह है तो आपको इस बात की ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।

कंप्यूटर में बहुत सी चीजें होती है और यह बड़ा भी होता है इसीलिए इसे आसानी से कही और ले जाना मुश्किल होता है।

यदि आप ऐंसी जगह पर रहते हैं जहाँ धूल ज्यादा होती है तो आपको कंप्यूटर को साथ रखने में थोड़ी समस्या हो सकती है।

लैपटॉप के लिए आपको कोई भी अलग से जगह तय करने की जरूरत नहीं है। आप बिस्तर पर, सोफे पर, और किसी भी तरह की table पर laptop को इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि आप student है या आप बहुत travel करते हैं या आप घर से कही आते जाते रहते हैं तो आपको लैपटॉप लेना चाहिए। इससे आप जहाँ चाहें वहां लैपटॉप को लेजा सकते हैं।

इसके साथ ही laptop एक जगह नहीं रहता है इससे इसमें धूल नहीं जमती है और इसे आसानी से साथ भी किया जा सकता है।

3. Power

क्योंकि कंप्यूटर को चलाने के लिए सीधे बिजली की जरूरत होती है इसीलिए यदि आपके गाँव या शहर में बिजली की समस्या हो तो आपको कंप्यूटर का चुनाव नहीं करना चाहिए।

यदि आपके पास पैसों की दिक्कत न हो तो आप इन्वर्टर और बैटरी का इस्तेमाल करके बिजली की समस्या को दूर कर सकते हैं।

लेकिन इससे कंप्यूटर और अधिक जगह घेरेगा और आपको अधिक पैसों की जरूरत होगी।

लैपटॉप बैटरी पर चलता है इसीलिए आपको बिजली की समस्या नहीं होगी। लैपटॉप को एक बार चार्ज करने पर आप इसे 4 से 8 घंटों तक चला सकते हैं और कुछ सेटिंग करके आप इसकी बैटरी को और लम्बे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि आप किसी ऐंसी जगह पर रहते हैं जहाँ पर बिजली की कटौती बहुत ज्यादा होती है वहां के लिए अच्छा है की आप लैपटॉप को ही चुनें।

साथ कुछ लैपटॉप पावर बैंक चार्जिंग को भी सपोर्ट करते हैं जिससे आप लैपटॉप को कभी भी और कहीं भी चार्ज कर सकते हैं।

Winner: Laptop

4. Upgrading

Laptop और कंप्यूटर एक तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं जो की समय के साथ स्लो हो जाते हैं। जिससे जरूरत बढ़ने पर इन्हें अपग्रेड करने की जरूरत हो सकती है।

Computer में बहुत सी अतरिक्त जगह होती है जिससे computer को अपग्रेड करना बहुत ही आसान है।

Computer कई डिवाइस से मिल कर बनता है जो की एक दूसरे से इस तरह से कनेक्ट होते हैं की उन्हें बड़ी ही आसानी से हटाया और जोड़ा जा सकता हैं।

आप को यदि कीबोर्ड, माउस या मॉनिटर को अपग्रेड करना हो तो आप बड़ी भी आसानी से कर सकते हैं।

साथ ही ram, processor, power supply, gpu आदि को अपग्रेड करना भी बहुत आसान है।

Laptop को करना बहुत मुश्किल होता है और ज्यातर इसके लिए आपको किसी एक्सपर्ट की जरूरत होगी।

Laptop के सारे parts एक दूसरे से कुछ इस तरह से जुड़े होते हैं उन्हें हटाना या अपग्रेड करना बहुत मुश्किल होता है।

साथ ही साथ laptop में इस्तेमाल होने वाले parts आसानी से नहीं मिलते हैं।

Laptop में सीमित जगह होती है और यदि लैपटॉप को अपग्रेड करना हो तो आप कुछ parts को छोड़कर कुछ अपग्रेड नहीं कर सकते हैं।

5. Repairing

लैपटॉप या कंप्यूटर का ख़राब होना आम बात है। और यदि कोई भी चीज ख़राब हो जाती है तो यह समस्या की बात हो सकती है।

क्योंकि कंप्यूटर में किसी पार्ट को हटाना और बदलना बहुत ही आसान है इसीलिए आप ख़राब पार्ट की जगह पर नए पार्ट को बड़ी ही आसानी से लगा सकते हैं।

हालाँकि यदि आप किसी part को ही ठीक करना चाहें तो इसके लिए आपको एक्सपर्ट की जरूरत होगी।

कंप्यूटर की अच्छी बात यह है की आपका जो भी पार्ट ख़राब हुआ है वह ही आपको service center पर लेकर जाना होगा। आपको पूरा सिस्टम ले जाने की जरूरत नहीं होती है।

Laptop में किसी भी पार्ट को हटाना या बदलना बहुत मुश्किल होता है। अगर सोचें की आप ख़राब पार्ट को हटाकर नया पार्ट लगा दें तो यह बहुत मुश्किल है जिसमें की अन्य पार्ट भी डैमेज हो सकते हैं।

यदि आपके लैपटॉप में कोई समस्या आती है तो आपको पूरा लैपटॉप सर्विस सेण्टर ले जाना होगा जो की ज्यादा अच्छी बात नहीं है।

6. कीमत

Computer किसी भी एक ब्रांड का नहीं होता है इसीलिए आपको इस चीज की आजादी होती है की आप किसी ब्रांड कर मॉनिटर इस्तेमाल कर सकते हैं तो किसी अन्य ब्रांड का कीबोर्ड।

इससे आपको बहुत अधिक ऑप्शन मिलते हैं जिससे की आप तरह तरह के पार्ट्स की तुलना करने सबसे अच्छी कीमत वाले पार्ट्स को चुन सकते हैं।

इससे आप computer की कीमत को काफी हद तक कण्ट्रोल कर सकते हैं।

Laptop पहले से ही ब्रांड की तरफ से पूरा बना हुआ आता है जिसकी वजह से आपको इस बात की सहूलियत नहीं मिलती है की आप अपने पसंद से पार्ट्स की चुन सकें।

इससे आपको लैपटॉप को उन्हीं पार्ट्स के साथ खरीदना पड़ता है जो की ब्रांड आपको दे रहा है।

इससे laptop की कीमत को आप अपने बजट के हिसाब से एडजस्ट नहीं कर सकते हैं।

7. मनपसंद पार्ट्स और स्पेसिफिकेशन

Computer:

कंप्यूटर में आप अपनी पसंद से पार्ट्स को चुन सकते हैं। आपको किसी भी एक ब्रांड के साथ बाध्य नहीं होते हैं। आप acer का मॉनिटर, logitech का mouse, amd का processor, nvidia का graphics कार्ड, और asus का motherboard ले सकते हैं।

आपको जिस तरह की स्पेसिफिकेशन की जरूरत हो आप उस तरह के पार्ट्स को चुन का इस जरूरत को पूरा कर सकते हैं।

जैसे आपको rgb mouse और keyboard की जरूरत हो तो आप अपने पसंद का कीबोर्ड या माउस ले सकते हैं।

Laptop:

लैपटॉप को brands बनाते हैं और लैपटॉप पूरा बना आता है जिससे की brand अपने या अपनी पसंद के parts को लैपटॉप में लगाता है।

इसमें आपको अपनी पसंद के brands या पार्ट्स चुनने की सुविधा नहीं होती है।

Winner: Computer

परिणाम : Desktop vs Laptop

विषयविजेता
1. PerformanceComputer
2. सहूलियतLaptop
3. PowerLaptop
4. UpgradingComputer
5. RepairingComputer
6. कीमतComputer
7. मनपसंद पार्ट्स और स्पेसिफिकेशनComputer

जैसा की आपने देखा कंप्यूटर अधिकतर चीजों में लैपटॉप से अच्छा है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है की लैपटॉप ख़राब है।

आपके लिए लैपटॉप सही है या कंप्यूटर यह इस बात पर निर्भर करता है की आपको लैपटॉप या कंप्यूटर की जरूरत किस चीज के लिए है। साथ ही आप किस परिस्थिति में में कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल करेंगे।

यदि आपके निवास पर बिजली की कटौती होती है, आपके घर में कम जगह है, आप का आना जाना होता रहता है और आपको डिवाइस नार्मल कामों और छोटे गेम खेलने के लिए चाहिए तो लैपटॉप आपके लिए बहुत अच्छा है।

नहीं तो आप कंप्यूटर को बेझिझक चुन सकते हैं।

आपको यह पोस्ट (Computer vs Laptop in Hindi) कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं साथ ही साथ आप को कोई सवाल पूंछना हो तो आप कमेंट बॉक्स में पूँछ सकते हैं।

धन्यवाद।

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