Sunderkand PDF (सुन्दरकाण्ड पाठ) in Hindi

श्री रामचरितमानस के अयोध्या कांड के बाद, सुंदरकांड दूसरा सबसे लंबा कांड है। इसमें हनुमान जी की वीरता और शक्ति का वर्णन है। इस कांड में हनुमान जी लंका जाकर सीता माता को खोजते हैं और उन्हें राम जी से मिलाने में सफल होते हैं। सुंदरकांड को अत्यधिक पवित्र माना जाता है और इसे नियमित रूप से पढ़ने से कई लाभ प्राप्त होते हैं।

इस ब्लॉग में, हम आपको सुंदरकांड का PDF प्रदान करेंगे, जिसे आप आसानी से डाउनलोड और पढ़ सकते हैं। इस PDF में सुंदरकांड का पूरा पाठ, साथ ही कुछ रोचक तथ्य और जानकारियां भी शामिल हैं।

अगर आप सुंदरकांड का पाठ करना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को जरूर पढ़ें और सुंदरकांड PDF डाउनलोड करें।

Sunderkand PDF in Hindi Download

Sunderkand PDF Details:

PDF का नामSunderkand
पृष्ठों की संख्या158
भाषाHindi
Last Updated OnSep 4, 2023 11:58 AM
Sizeunknown MB

सुन्दरकाण्ड पाठ के नियम

सुन्दरकाण्ड को अत्यधिक पवित्र माना जाता है और इसे नियमित रूप से पढ़ने से कई लाभ प्राप्त होते हैं। सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। इन नियमों का पालन करने से सुन्दरकाण्ड का पाठ अधिक फलदायी होता है।

सुन्दरकाण्ड पाठ के नियम निम्नलिखित हैं:

  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए सुबह या शाम के चार बजे के बाद। दोपहर में 12 बजे के बाद पाठ नहीं करना चाहिए।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के लिए हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से पहले हनुमान जी की विधिपूर्वक पूजा करें।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय घी का दीपक जलाकर हनुमान जी को भोग लगाएं।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय ध्यान केंद्रित करें और हनुमान जी की भक्ति करें।
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय किसी से बात न करें।

सुन्दरकाण्ड का पाठ कितने दिन तक करना चाहिए?

सुन्दरकाण्ड का पाठ 11, 21, 31, या 41 दिन तक किया जा सकता है। 21 दिन तक सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।

सुन्दरकाण्ड पाठ के लाभ:

सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • मन को शांति मिलती है।
  • बुद्धि का विकास होता है।
  • जीवन में सफलता मिलती है।
  • हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • रोगों से मुक्ति मिलती है।
  • अकाल मृत्यु से बचाव होता है।
  • पितरों का मोक्ष मिलता है।

सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से पहले इन नियमों का पालन करने से सुन्दरकाण्ड का पाठ अधिक फलदायी होता है और आपको इन सभी लाभों को प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

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